शुक्रवार, 15 सितंबर 2017

हिंदी की बात मुख्यमंत्री जी के साथ

 मुख्यमंत्री जी ने कहा "यह हिंदी मातृभाषा है । इसके संकुचन होने का कारण हमारा विदेशों के प्रति लगाव है । अब हम इसे सरकार और समाज के साथ पुनर्जीवित करने का प्रयास करेंगे । सरकार सख्त कदम लागू करेगी । प्रत्येक दुकानदार को । अपनी दुकान के नाम और प्रचार प्रसार के लिए पंपलेट और बैनर में हिंदी लिखा ही होना चाहिए।  साथ ही उन्होंने यह भी कहा, कि मैं सभी भाषा का सम्मान करता हूं । परंतु हिंदी के स्थान पर अंग्रेजी नहीं चलेगी ।  अंग्रेजी में भी लिखो लेकिन हिंदी लिखना ही पड़ेगा । मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि आजकल मां बाप अपने बच्चे को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाते हैं ।  वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं ।चाहे बच्चा को कुछ समझे  या ना ।  मैं पिछले 27 साल से सांसद, विधायक और गत 11 वर्षों से मुख्यमंत्री हूं ।मैंने तो ठेठ हिंदी विद्यालय में ही पढ़ाई की ।
राजनीति चुटकी-राजनीति चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा । एक हिंदी भाषी ही राज्य के नेता जी हैं । जो हिंदी बोलते हैं, परंतु तो पार्लियामेंट में अंग्रेजी में भाषण देते हैं । मैंने उनसे पूछा । आपको तो हिंदी आती है । फिर भी आप क्यों अंग्रेजी बोल रहे हैं । इस पर उन्होंने कहा कि अंग्रेजी बोलने से पर्सनालिटी बढ़ती है मान सम्मान मिलता है ।
लेकिन मैं आपको बता दूं, कि मैं देश विदेश तक की यात्रा की । विदेशों में भी भाषण दिया । परंतु हमेशा  हिंदी में ही बोला और हिंदी बोलने से मेरा मान सम्मान और भी ज्यादा बढ़ा है।
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित कार्यक्रम ।  हिंदी दिवस के अवसर पर  माननीय मुख्यमंत्री जी मुख्य अतिथि मुख्य /वक्ता थे ।इस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ शुुरू हुआ । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे । कुलपति प्रोफेसर रामदेव भारद्वाज ने मुख्यमंत्री का अभिवादन किया । उन्हें सरस्वती मां की एक प्रतिमा भेंट की ।
विवि के कुलपति ने कहा "हिंदी एक समृद्ध भाषा है । दिन प्रतिदिन इसका स्तर संकुचित होते जा रहा है । इसका कारण भय और लोभ है । आज इतनी समृद्ध भाषा को लोग हैं।भय अंग्रेजी नहीं बोलूंगा । तो अच्छी नौकरी नहीं मिलेगी ।समाज में मान सम्मान नहीं मिलेगा । लोभ अंग्रेजी आ जाएगी तो बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी मिल जाएगी । विदेश घूमने का अवसर मिलेगा । भौतिक सुख सुविधाएं मिलेगी ।
इस कार्यक्रम में हिंदी के विभिन्न विद्वानों को सम्मानित किया । उन्हें दो दो लाख और एक एक लाख का पुरस्कार भी मुख्यमंत्री जी ने सम्मान के तौर पर दिया ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कांग्रेस की निफ्टी और सेंसेक्स दोनों में भारी गिरावट के पूर्वानुमान

भविष्य में क्या होंगी, मैं नहीं जनता हूँ |  इस दौर में बहुत लोग अभिव्यक्ति की आजादी का अलाप जप रहे है |  तो मुझे भी संविधान के धारा  19  क...