शुक्रवार, 15 दिसंबर 2017

समाजीकरण में संचार की भूमिका

मनुष्य की सामाजिक और सांस्कृतिक परंपरा के स्थान परिवर्तन को समाजीकरण करते हैं. यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक होता है. इस में संचार की महत्वपूर्ण भूमिका है. जैसे -जैसे संचार की मदद से इंसान नयी संस्कृति मूल्य और व्यवहारों को आत्मसात करता है. वैसे वह सामाजिक प्राणी बनता चला जाता है. सामाजिक संबंधों के लिए पारंपरिक जागरूकता जरूरी है. जैसे पंखे और बिजली या कलम और दवात के बीच पारस्परिक संबंध है.क्योंकि दोनों एक दूसरे के पूरक हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक संचार के तीन महत्वपूर्ण सामाजिक प्रक्रिया है. समाजिकरण, सामाजिक परिवर्तन और सामाजिक नियंत्रण.
जेलि्डच के अध्यापन में जो की समाजीकरण के माता पिता की भूमिका से संबंधित था मैं कहा कि सभी समाजों में पिता नेतृत्वकारी भूमिका में  होता है, जो की साधक और प्रेरणा के तौर पर होता है. जब कि माता भावानात्मक नेतृत्व प्रदान करती है. सभ्यता के विकास के साथ-साथ सामाजिक कारण की कई संस्थाएं पैदा हुई. ऐसे में बच्चों का खेल समूह आस-पड़ोस, रिश्तेदार, मित्र-डोली, विवाह और शिक्षण संस्थाएं यह सभी संचार के अलग-अलग माध्यमों के जरिए समाजीकरण और सामाजिक परिवर्तन के प्रतीक बन गए. पहले प्राथमिक संस्था संचार के लिए पौराणिक धर्म ग्रंथो के पीढ़ीयों का इस्तेमाल करते थे. बाद में इन की जगह पुस्तक ने ले ली. पुस्तकों को संचार का लिखित माध्यम बनाया गया. मुद्रण तकनीक के माध्यम से संचार के नयी माध्यमों का विकास हुआ. जैसे- रेडियो, टेलीफोन, इंटरनेट, आदि. इन माध्यम के विकास के साथ व्यक्ति के पास नई माध्यम से संदेश आने जाने लगे. जिससे उनके व्यवहार में बदलाव दिखाई पड़ने लगा. समाजशास्त्री श्यामचरण दुबे- मानव मनुष्य जैवीयप्राणी से सामाजिक प्राणी तभी बनता है, जब वह संचार के माध्यम से संस्कृति मूल्य और व्यवहारिक आदर्श को आत्मसात करता है. 
सामाजिक विचारक विलियम्स के मुताबिक नई सूचना प्रौद्योगिकी में सामाजिक अविष्कारों के रूप में एक नई भौतिक संस्कृति का विकास किया है. जिसने ना सिर्फ मानव जीवन को परिभाषित किया है. बल्कि सांस्कृतिक मूल्य को भी प्रभावित किया है. जीवन को भी प्रभावित किया है. जैसे वोट देने का अधिकार, स्त्री शिक्षा का प्रचार, बंधुआ मजदूरी उन्मूलन, अंधविश्वासों को दूर करने में संचार साधनों की भूमिका रही. इन्हीं संचार के माध्यमों ने जनजागरण का कल्याण किया और नए सामाजिक मूल्यों की स्थापना की.

उपरोक्ता आधार पर निम्न प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं-
1. समाजीकरण में संचार का क्या अभिव्यक्ति है?
2. समाजीकरण में संचार की भूमिका को स्पष्ट करते हुए इसमें अलग-अलग संस्थाओं की भूमिका को भी अस्पष्ट कीजिए.

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