रविवार, 13 जनवरी 2019

मैं मासूम छोरी, वो स्मार्ट छोरा -रश्मि मलिक

-रश्मि मलिक

मैं उ.प. वाली जाटणी,
वो हरियाणा का जाट।
मैं मज़ाक करी थी 
वो सीरियस ले बैठा बात 

मैं मासूम छोरी
वो थोड़ा ज्यादा स्मार्ट ।
मैं रिस्ता लाने की कह दी ,
वो घर ले आया बारात ।।

मैं थोड़ा ज्यादा स्मार्ट ,
वो पागलो का महाराज ।
मेरे शब्दों में खटास ,
वो बनाता प्यार वाली बात ।।

मैं क्यूटनेस की दुकान 
उसे हैंडसम कहते उसके यार ।
मैं सुनी एक कोनी ,
वो दिल की कह गया हर बात ।।

मैं उ.प. वाली जाटणी,
वो हरियाणा का जाट ।
बनरा था स्मार्ट ,
मै ना आई उसके हाथ ।।

-रश्मि मलिक

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