शनिवार, 23 सितंबर 2017

ABVP के छात्रों की उपस्थिति कार्यक्रम दौरान अपमानजनक थी (जितेश सिंह)

जी हां ! हिंदी पखवाड़े के दौरान । अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कुछ इस तरह कार्यक्रम के दौरान उपस्थित हुए ।


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक परम पूज्य गुरुजी ने जिस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का गठन किया । शायद उस समय संघ के विद्यार्थी विस्तारक और छात्र स्वयंसेवक उन उदेश्य को जीवन लक्ष्य के रूप में स्वीकार कर । उनका अनुशासनपूर्वक प्रतिपालन किया होगा । तभी तो आज विश्व की सबसे बड़ी छात्र संघ के रूप में 'अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ' उभरी है
यह विशालतम संगठन छात्रों की भावनाओं और उनके उद्देश्य के मार्गदर्शक के रुप में वर्तमान समय में छात्रों के समक्ष हैं । कार्यकर्ता वर्तमान समय के साधक है ।  जिनको भारतमाता का पुनरुत्थान एवं भारत को विश्वगुरु बनाने का दायित्व है ।
संगठन के विचारधारा का अनुपालन, अनुग्रहण एवं उन विचारों को अपने व्यक्तित्व में लाने का प्रयास करे ।
हालांकि। हम छात्र संघ के कार्यकर्ता हैं ।
                 अतः अपने व्यक्तिगत जीवन में अनुशासनपूर्वक लक्ष्य की प्राप्ति का प्रयास करते रहना चाहिए । संगठन के कार्यकर्ता होने के कारण हमारे व्यक्तिगत जीवनक्रम का । छात्रों पर गहरा प्रभाव पड़ता है । इसकारण अपने व्यक्तिगत जीवन को अनुशासित बनाने की आवश्यकता है । कुछ भी अव्यावहारिक कार्य ना करें । जिस से  छात्र हितों का हनन हो । स्वयं विचार करें ।
                                              जितेश सिंह
    

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