न्यायपति श्री राम को,
न्यायालय पहुचा कर आया हूं|
यह पाप मैंने किया है....
पवित्र गंगा स्नान कर,
मन का स्वार्थ बढ़ाया है|
यह पाप मैंने किया है....
हिंदू शब्द का प्रयोग कर,
कायरता दिखाया है|
यह पाप मैंने किया है....
दुश्मनों को पनाह दे कर,
उसे घर बैठाया है|
यह पाप मैंने किया है....
श्री राम का उपासक हो कर,
उचित न्याय नहीं कर पाया|
यह पाप मैंने किया है....
कब लहराएगी भागवा ध्वज?
कब उठाएंगे तलवारे?
अब तक तिथि निर्धारित ना कर,
यह पाप मैंने किया है....
जितेश हिंदू
न्यायालय पहुचा कर आया हूं|
यह पाप मैंने किया है....
पवित्र गंगा स्नान कर,
मन का स्वार्थ बढ़ाया है|
यह पाप मैंने किया है....
हिंदू शब्द का प्रयोग कर,
कायरता दिखाया है|
यह पाप मैंने किया है....
दुश्मनों को पनाह दे कर,
उसे घर बैठाया है|
यह पाप मैंने किया है....
श्री राम का उपासक हो कर,
उचित न्याय नहीं कर पाया|
यह पाप मैंने किया है....
कब लहराएगी भागवा ध्वज?
कब उठाएंगे तलवारे?
अब तक तिथि निर्धारित ना कर,
यह पाप मैंने किया है....
जितेश हिंदू
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