मंगलवार, 5 दिसंबर 2017

पत्रकारिता और पत्रकार की परिभाषा

पत्रकारिता असल में रोजमर्रा की घटनाओं, सूचनाओं, संदर्भों को इकट्ठा करके. उन्हें समाचार की शैली में लिखने और उन्हें प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल एजेंसी या किसी अन्य माध्यम से के जरिए, एक व्यापक जनमानस में प्रस्तुत करने का कार्य है.
हालाकि यह पत्रकारिता की व्यापक परिभाषा नहीं कही जा सकती. क्योंकि स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले और उसके बाद से लेकर आज तक, पत्रकारिता का स्वरूप और उद्देश्य बदलता रहा है. फिर भी समाचार को इकट्ठा करने, उनका लेखन, संपादन, लेख, आलोचना, समालोचना, फीचर्स, रिपोर्ट और यहां तक की गलतियों का संशोधन भी पत्रकारिता का हिस्सा है. पत्रकारिता की व्यापक परिभाषा पर आने से पहले हमें 18 वी शताब्दी से लेकर आज 21वीं सदी तक के विभिन्न विचारों, पत्रकारों और साहित्यकारों की परिभाषा को समझना होगा. जिन्होंने अपने स्तर पर पत्रकारिता को तत्कालीन संदर्भ में परिभाषित किया. इसमें कुछ प्रमुख पत्रकार एवं साहित्यकारों की परिभाषा का उल्लेख करना आवश्यक है. ताकि हम व्यापक संदर्भों में आज की चुनौती को देखते हुए, पत्रकारिता को सर्वमान्य से परिभाषित कर सकें. 
प्रेमचंद्र- पत्रकारिता समाज का दर्पण है, जो आपके जनजीवन के विभिन्न छवियों और रंग-रेखाओं को उभारता है.
???????- पत्रकारिता को हमेशा समाचार पत्रों के कामकाज से जोड़ा जाता है. लेकिन वर्तमान संदर्भ में पत्रकारिता समाचार के साथ फोटोग्राफी, रेडियो के लिए समाचार लिखना, पब्लिसिटी, पत्रिकाओं के कार्य और ऐसे कई बातों से रहा हैै, जिसका समाचार पत्रों से कोई संबंध नहीं है.
पंडित जवाहरलाल नेहरू- पत्रकारिता राष्ट्रीयता के चिंतन और अन्याय के खिलाफ शक्तियों को एकजुट, जागरुक कर एक नए राष्ट्र निर्माण का सशक्त माध्यम है.
महात्मा गांधी- जनता की इच्छाओं और उनकी समस्याओं को समझने, उन्हें आपनी लिखनी के माध्यम से उजागर करना. समाज में व्याप्त बुराईओ, असमानता और विसंगतियों को निडर होकर सामने लाना, पत्रकारिता है
उपयुक्त परिभाषाओं का चिंतन मनन कर. हम पत्रकारिता का सार्वभौमिक और सर्वमान्य परिभाषा को इस प्रकार लिख सकते है- पत्रकारिता सिर्फ एक मिशन ही नहीं व्यवसाय भी है जो समाज को जागरुक करने उसके ज्ञान को बढ़ाने समाज में दायित्वबोध को जगाने अन्याय के खिलाफ जनमत खड़ा करने का ना सिर्फ एक हथियार है बल्कि रोजमर्रा की घटनाओं सूचनाओं जानकारियों के प्रचार-प्रसार का सशक्त माध्यम है उपयुक्त संदर्भ में अब हम पत्रकार की परिभाषा पर आए तो हमें यह प्रतीत होता है कि, समाचार लिखने तथ्य सूचनाओं जानकारियों को एकजुट कर उन्हें स्पष्टता, से पंक्तिबद्ध कर समाचार का स्वरूप देने वाले, संपादन करने वाले, लेख लिखने वाले, साक्षात्कार लेने वाले या किसी भी विचार की समीक्षा, आलोचना, समालोचना करने वाले सभी व्यक्ति पत्रकार कहलाते हैं.

उपयुक्त बातें निम्न प्रश्न के उत्तर के रूप में प्रयोग किए जा सकते हैं-
1. पत्रकारिता क्या है? वर्तमान संदर्भ में पत्रकारिता के क्षेत्र में बदलाव को रेखांकित कीजिए.
2. पत्रकारिता की अलग-अलग और सर्वमान्य परिभाषा को देखते हुए पत्रकार के मानवीय नैतिक सामाजिक और व्यवसाय गुणों को बिंदुवाद उल्लेखित कीजिए.
3. पत्रकारिता की भूमिका को समझाइए.

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